कोविड के माहमारी के दौर में प्लाज्मा थैरेपी कोविड से सक्रमित लोगो के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है| प्लाज्मा थैरेपी के माध्यम से बहुत से लोग आज संक्रमण से ठीक हो चुके है| आइये जानते है प्लाज्मा थैरेपी से सम्बंधित कुछ सवालो के जवाब:-
उत्तर-हमारे खून (blood) में चार प्रमुख चीजें होती हैं. डब्ल्यूबीसी, आरबीसी, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा. आजकल किसी को भी होल ब्लड (चारों एक साथ) नहीं चढ़ाया जाता. बल्कि इन्हें अलग-अलग करके जिसे जिस चीज की ज़रूरत हो वो चढ़ाया जाता है. प्लाज्मा, खून में मौजूद 55 फीसदी से ज्यादा हल्के पीले रंग का पदार्थ होता है, जिसमें पानी, नमक और अन्य एंजाइम्स होते हैं. ऐसे में किसी भी स्वस्थ मरीज जिसमें एंटीबॉडीज़ विकसित हो चुकी हैं, का प्लाज़्मा निकालकर दूसरे व्यक्ति को चढ़ाना ही प्लाज्मा थेरेपी है|
प्रश्न-क्या सभी लोग प्लाज्मा दान कर सकते हैं?
उत्तर-नहीं!सभी लोग प्लाज्मा दान नहीं कर सकते है,जो लोग कोरोना होने के बाद ठीक हो चुके हैं. उनके अंदर एंटीबॉडीज विकसित हो चुकी हैं. सिर्फ वे ही लोग ठीक होने के 28 दिन बाद प्लाज्मा दान कर सकते हैं|
प्रश्न-प्लाज्मा देने वाले को क्या खतरे हो सकते हैं?
उत्तर-प्लाज्मा देने वाले को कोई खतरा नहीं है. बल्कि यह रक्तदान से भी ज्यादा सरल और सुरक्षित है. प्लाज्मा दान करने में डर की कोई बात नहीं है. हीमोग्लोबिन भी नहीं गिरता. प्लाज्मा दान करने के बाद सिर्फ एक-दो गिलास पानी पीकर ही वापस पहली स्थिति में आ सकते हैं.
प्रश्न- प्लाज्मा थैरेपी क्या होती है?
उत्तर-जो व्यक्ति कोविड-19 से ठीक हो गए है। उनकी बॉडी से खून निकालकर प्लाज्मा को अलग किया जाता है। जिस कोविड पैशेंट की बॉडी से प्लाज्मा लिया जाता है उसके ब्लड में एंटीबाडीज होती है। वह एंटीबाडीज एंटीजन से लड़ने में मदद करती है। यह एंटीबाडीज कोविड संक्रमितों को दी जाती है। डॉ के मुताबिक एक इंसान के प्लाज्मा से दो इंसानों का इलाज किया जा सकता है।
प्रश्न- कौन कर सकता है प्लाज्मा डोनेट?
उत्तर. कोविड-19 के मामले में, एक प्लाज्मा देने वाले को तकरीबन 28 दिनों में संक्रमण से उबर जाना चाहिए और 18 से 60 वर्ष की आयु के अंदर ही होना चाहिए। डोनर का वजन कम से कम 50 किलोग्राम होना चाहिए और उस समय वह किसी भी संक्रामक या पुरानी बीमारियों से पीड़ित नहीं होना चाहिए।
प्रश्न. कोंन लोग दान नहीं कर सकते प्लाज्मा?
उत्तर .जिनका वजन 50 किलो से कम है वह प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकतेजो महिला पूर्व में प्रेगनेन्ट रह चुकी हो वह भी प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकतीकैंसर का मरीज प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकताहाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर, हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारी वाले प्लाज्मा दान नहीं कर सकते.
प्रश्न-रक्तदान और प्लाज्मा दान में क्या अंतर है?
उत्तर-रक्तदान में आपके शरीर से पूरा खून लिया जाता है. जबकि प्लाज्मा में आपके खून से सिर्फ प्लाज्मा लिया जाता है और रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स वापस आपके शरीर में पहुंचाए जाते हैं. ऐसे में प्लाज्मा दान से शरीर पर कोई बहुत फर्क नहीं पड़ता.
प्रश्न-प्लाज्मा दान में कितना वक्त लगता है?
उत्तर-450 ML प्लाज्मा लेने में 30 से 45 मिनट लगते हैं|
वह योग्य लोग जिनको कोविड से ठीक हुए 28 दिन से अधिक समय हो गया है वह प्लाज़्मा जरूर दान करें, आपके इस कदम से 2 व्यक्तियों की जिंदगी बच सकती है।