क्या आपको पता है की जो मोबाइल नंबर होते है वो 6 ,7 ,8 ,9 इन्ही से ही शुरू क्यूँ होते है 1 ,2 ,3 ,4 , 5 से क्यों नही।
तो जो trai है telecom regulatory authority of india जो की सब कुछ मैनेज करती है मोबाईल संबधित। इसके पास authority ,पावर है मोबाईल और कॉमिनिकेशन से जुड़े किसी भी डिसिशन को लेने का। इंडिया की सबसे ज्यादा पावरफुल authority में से एक जिसने ये डिसाइड किया है की 0 जो है ये एसटीडी नंबर है याद है पहले के समय हर मोबाईल नंबर के सामने 0 लगाना पड़ता था तो ये prefix का काम क़र रहा है वास्तविक फ़ोन नंबर का पार्ट 0 नहीं होता। मतलब मोबाईल नंबर से पहले 0 लगाना prefix हो गया वो नंबर का पार्ट नहीं हुआ।
अब नंबर 1 की बात करे तो ये तो आपको अच्छे से पता होगा की 1 से पुलिस का नंबर शुरू होता है 100 एम्बुलेंस ,फायरब्रिगेड ऐसे जो एमरजेंसी और स्पेशल सर्विस होते है ,उससे रिलेटेड नंबर 1 से शुरू होता है। और जहाँ तक 2 ,3 ,4,5 की बात तो ऐसा नहीं है की इनसे नंबर शुरू नहीं होते 2 ,3 ,4 ,5 से भी नंबर शुरू होते है पर लैंडलाइन का। ये लैंडलाइन नंबर में use होता है अलग अलग शहरों में पुरे इंडिया भर में 2 ,3 ,4 ,5 । और बचा 6 ,7 ,8 ,9 ये चारो नंबर है ये नार्मल फ़ोन नंबर में use होता है और आपको पता ही होगा की ज्यादातर फ़ोन नंबर 9 से ही शुरू होते है फिर होता है 8 से और कुछ कुछ फ़ोन नंबर 7 से शुरू होता है और जो 6 से नंबर शुरू होता है ये बहुत रेयर है पर ये होता है।
और आपके मन में प्रश्न आते होंगे कि कभी नंबर ख़त्म हो सकता है क्या फ़ोन नंबर का तादात बढ़ेगा तो ये कभी ख़त्म होगा तो उत्तर है नहीं। नंबर का जो पॉसिब्लिटी है इस दुनिया में 10 डिजिट का नंबर कितना हो सकता है उसको अगर आप कैलकुलेट करते है तो इतना लम्बा नंबर आएगा इतने पॉसिब्लिटीस है नंबर के तो ऑफकोर्स जब तक ये univers है तब तक नंबर ख़त्म हो जायेगा ऐसा तो कभी कुछ नहीं होगा। तो नंबर ख़त्म हो जायेगा अलग डिजिट से नंबर निकला होगा ऐसे वैसे बहुत से न्यूज़ आते है तो ये असल में सही नहीं है क्योकि पॉसिबिलिटीज बहुत है और नंबर कभी ख़त्म नहीं होंगे।
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